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हरियाणा में गेहूं और सरसों बिजाई के सीजन से पहले ही डीएपी खाद की किल्लत हो गई है। महेंद्रगढ़, भिवानी, जींद, रोहतक और चरखी दादरी समेत अन्य जिलों में किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल रही है। खासकर सरसों की बिजाई करने वाले जिलों में डीएपी की कमी चल रही है। एक सीजन में प्रदेश में कुल 13 लाख मीट्रिक टन खाद की जरूरत होती है लेकिन कृषि विभाग के स्टॉक में मात्रा 3 लाख मीट्रिक टन खाद ही है।